उत्तराखंड विस सत्र 1 दिन रहेगा स्थगित, प्रदेश में 3 दिन तक राजकीय शोक घोषित…
देहरादून, उत्तराखंड: सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन से उत्तराखंड सहित पूरे देश में शोक की लहर है। उत्तराखंड सरकार ने उनके निधन पर 3 दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। उत्तराखंड में उनके निधन पर 9 से 11 दिसंबर तक राजकीय शोक घोषित किया गया है। साथ ही उत्तराखंड विधानसभा सत्र की पहले दिन शोक सभा आयोजित कर एक दिन सत्र स्थगित रहेगा।
दूसरी ओर गुरुवार से आहुत होने वाले शीतकालीन सत्र को लेकर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल की अध्यक्षता में दलीय नेताओं एवं कार्य मंत्रणा की बैठक आहूत की गई| कार्य मंत्रणा की बैठक के दौरान विधानसभा अध्यक्ष के प्रस्ताव पर सीडीएस विपिन रावत के विमान दुर्घटना में निधन होने पर कल सदन के भीतर शोक संवेदना व्यक्त की जाएगी तत्पश्चात सदन पूरे दिन के लिए स्थगित रहेगा|
विधानसभा अध्यक्ष ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि कार्य मंत्रणा बैठक में तय किया गया कि 9 दिसंबर को सदन के भीतर हेलिकॉप्टर क्रैश में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल विपिन रावत के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की जाएगी तत्पश्चात सदन पूरे दिन के लिए स्थगित रहेगा| विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि सदन की गैलरी में सभी माननीय सदस्यों द्वारा स्वर्गीय विपिन रावत के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी जाएगी| आगे की सदन की कार्रवाई के लिए 10 दिसंबर को पुनः कार्य मंत्रणा की बैठक आहूत की जाएगी| श्री अग्रवाल ने बताया कि 11 दिसंबर को भी सदन संचालित किया जाएगा साथ ही सदन में आजादी के अमृत महोत्सव पर भी चर्चा होगी|
दलीय नेताओं की बैठक के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने पक्ष एवं विपक्ष से सदन को शांतिपूर्वक एवं सुचारु रुप से संचालित किए जाने के लिए सहयोग की अपेक्षा की| वहीं विपक्ष ने कहा कि सदन में यदि जनहित से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाती है तो विपक्ष पूर्ण रुप से सहयोग प्रदान करेगा| सत्ता पक्ष द्वारा सत्र के दौरान सदन के भीतर जनहित के मुद्दों पर पूर्ण रूप से चर्चा करने का आश्वासन दिया गया| विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह इस सरकार का अंतिम सत्र है, पूर्व की भांति सुचारु रुप से चलें सत्रों की तरह इस बार भी पक्ष एवं विपक्ष से पूर्ण सहयोग की अपेक्षा करते हैं|
इस अवसर पर विधानसभा के उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान, संसदीय कार्य मंत्री बंशीधर भगत, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, गोविंद सिंह कुंजवाल, करण माहरा, विधायी के प्रमुख सचिव एवं विधानसभा के प्रभारी सचिव मौजूद थे|