
उत्तरकाशी, उत्तराखंड: 2 साल तक कोरोनावायरस के साए में रहे उत्तराखंड के पर्यटन को इस बार अच्छी कमाई के साथ ही पर्यटन व्यवसायियों को तमाम उम्मीदें लगी हैं। केदारनाथ के कपाट की तिथि घोषित होने के बाद अब गंगोत्री धाम के कपाट खोलने को लेकर भी कवायद शुरू हो चुकी है। आज तीर्थ पुरोहितों ने उत्तरकाशी में बैठक कर मां गंगा के धाम गंगोत्री के कपाट खोलने की तिथि घोषित कर दी है। समय से चार धाम के कपाट खुलने पर तमाम व्यवसाय से जुड़े लोगों को फायदा होने की उम्मीद है। 2 साल में कई लोग बेरोजगार हो चुके हैं।
विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट खोलने की तिथि निर्धारित कर ली गई है। आज हिन्दू नव वर्ष के आगाज के साथ तीर्थ पुरोहितों ने मां गंगा के पवित्र धाम गंगोत्री मंदिर के कपाट खुलने की तिथि घोषित कर दी है। आपको बता दें कि श्री पांच समिति ने उत्तरकाशी पांच मंदिर धर्मशाला में यह तिथि घोषित की है। कई लोगों ने होटल रेस्टोरेंट आदि किराए पर लेकर घाटा सहा है।
पांच मंदिर धर्मशाला में आयोजित बैठक में निर्धारित किया गया कि अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर माँ गंगा के कपाट 3 मई ठीक 11.15 मिनट पर कपाट खोले जायेंगे। 2 मई को माँ गंगा की उत्सव डोली शीतकालीन प्रवास मुखबा से समेश्वर देवता की डोली और आर्मी बैंड के साथ 12.15 मिनट प्रस्थान करेगी। रात्रि विश्राम आनन्द भैरव नाथ मंदिर (भैरव घाटी) में विश्राम किया जाएगा। रात्रि में माँ गंगा के भजन कीर्तन किए जाएंगे। सुबह 6 बजे भैरव घाटी से प्रस्थान कर माँ गंगा की डोली ठीक 9 बजे गंगोत्री धाम पहुँचेगी। गंगा सहस्रनाम पाठवेद मंत्रों उच्चारण द्वारा विशेष पूजा अर्चना की जाएगी। तीर्थ पुरोहितों ने बताया कि इस बार अन्य वर्षों की वजाय अच्छी यात्रा और यात्रियों के चारों धामों में उमड़ने की संभावना है। कोरोना के कारण करीब दो साल तक यात्रा बाधित हो रही है।