देवभूमि उत्तराखंड में भी 14 प्रतिशत हो चुकी मुस्लिम आबादी, बढ़ा रही चिंता; विहिप ने उठाए कई ज्वलंत मुद्दे

उत्तराखंड में 14 प्रतिशत हो चुकी मुस्लिम आबादी बढ़ा रही चिंता, विहिप ने किया आगाह
विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांदे ने उत्तराखंड में बढ़ती मुस्लिम आबादी पर जताई चिंता
बोले, ‘‘क्या सिखाया जाता है मस्जिदों में जो लोग बाहर आकर पत्थर उठा लेते हैं’’
हरिद्वार, ब्यूरो। उत्तरी हरिद्वार के भूपतवाला में निष्काम सेवा सदन में विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल द्वारा आयोजित दो दिवसीय बैठक के बाद प्रेस वार्ता करते हुए केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांदे ने कई ज्वलंत मुद्दों पर अपने बयान दिए। उत्तराखंड की वर्तमान स्थिति पर भी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में भी मुस्लिम आबादी 14 प्रतिशत हो गई है। यह बेहद चिंता का विषय है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को इस ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। साथ ही सभी लोगों का सत्यापन होना भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि काशी, मथुरा, और अयोध्या के लिए विश्व हिंदू परिषद पूरी संकल्पबद्ध हैं। हिंसा और अत्याचार में यकीन रखने वाले इस्लामिक जिहादी लोग हमेशा इसी तरह आतंक फैलाएंगे।
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उन्होंने कहा कि देशभर में लाखों मंदिर सरकारी नियंत्रण में है, जिन पर आने वाला चढ़ावा सरकार रखती है। विश्व हिंदू परिषद ने यह मांग की है कि हिंदू मंदिरों में आया समस्त धन और चढ़ावा हिंदू धर्म के लोग रखेंगे। हिंदू समुदाय इसे विकास कार्यों में खर्च करेंगे। उन्होंने कहा कि पश्चिम भोगवाद के कारण आज हमारी संस्कृति पर भी खतरा मंडरा रहा है। हमारी युवा पीढ़ी पतन की तरफ बढ़ रही है, जिसे कुटुंब प्रबोधन के द्वारा सही मार्ग पर लाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ईसाई मिशनरी और लव जिहाद के कारण धर्मांतरण के कई मामले सामने आ रहे हैं जिन्हें रोकने के लिए गांव गांव और बस्ती बस्ती में प्रवास किए जाएंगे।
साथ ही वहां जन जागरण के कार्यक्रम चलाए जाएंगे उन्होंने बताया की जुम्मे की नमाज के बाद अनेकों हिंसक घटनाएं देश में पिछले कुछ हफ्तों के दौरान देखने को मिली है। आखिर मस्जिदों में ऐसा क्या सिखाया जाता है कि बाहर आने के बाद लोग हाथ में पत्थर उठा लेते हैं। इस पर भी बड़े मंथन की जरूरत है ,रास्ते के ऊपर पत्थर फेंकना और माहौल खराब करना निंदनीय है, जिसके लिए हिंदू धर्म विशेष को विशेष तैयारी करनी होगी। ज्ञानवापी मस्जिद मंदिर प्रकरण पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी में शिवलिंग विराजमान है इसमें कोई दो राय नहीं। अभी हम लोग अदालत के फैसले की प्रतीक्षा कर रहे हैं, उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। प्रेस वार्ता में निर्मल अखाड़े के महंत ज्ञानदेव भी शामिल रहे।