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आभा से सम्बंधित समस्याओं के निराकरण के लिए देहरादून में यहां हुई आपातकालीन बैठक

आभा से सम्बंधित समस्याओं के निराकरण के लिए देहरादून में यहां हुई आपातकालीन बैठक

देहरादून, ब्यूरो। “दून केंद्रीय पेंशनर्स एसोसिएशन” कार्यसमिति की एक आपात बैठक आज प्रातः 11 बजे प्रगति विहार धर्मपुर स्थित समुदायिक केन्द्र में रवींद्र सेमवाल की अध्यक्षता मे़ संपन्न हुई जिसमें सीजीएचएस आईडी को आभा (आयुष्मान भारत हैल्थ अकाउंट) आईडी से एक माह यानि 28 अप्रैल तक लिंक करने के केन्द्र सरकार के 28 मार्च के आदेश लागू होने से प्रदेश सीजीएचएस के 61 हजार लाभार्थियों में उत्पन्न भय, भ्रम व बेचैनी पर गहन विचार विमर्श किया गया तथा पाया गया कि उक्त आईडी लिंक न होने के बहाने से सीजीएचएस मरीजों का कैशलेस ईलाज कुछ पैनल अस्पतालों ने बन्द कर दिया है़ जैसे 28 अप्रैल तक क़ा समय शेष होने के बावजूद मैक्स अस्पताल ने गंभीर रूप से बीमार मरीज श्रीमती सुदेश कुमारी शर्मा जो 5 अप्रैल को मैक्स में एडमिट हूई से 9 अप्रैल को एक लाख एंव 12 अप्रैल को 50 हजार रु. जमा करा लिये गये अभी और मांगे जा रहे हैं, रसीद संलग्न है़ नीचे देखें!

उक्त मामले में अपर निदेशक के कहने का भी मैक्स अस्पताल पर कोई असर नहीं हुआ जिससे पेंशनरों में रोष व्याप्त है़ मामले क़ी शिकायत निदेशक सीजीएचएस को की गई है! महासचिव एस. एस. चौहान व संयोजक बी. एस. नेगी ने अवगत कराया कि उक्त आईडी लिंक किये जाने के मामले में एसोसिएशन द्वारा दून सीजीएचएस से दिल्ली महानिदेशालय तक वार्तालाप कर प्रात जानकारी के क्रम में केन्द्र सरकार के अनुसार यह सीजीएचएस का रिप्लेसमेंट कदापि नहीं है़ सीजीएचएस स्वास्थ्य सेवा पूर्व की भांति दी जाएंगी इससे हानि नहीं अपितु लाभ होगा एंव भविष्य में यह योजना काफी उपयोगी होने वाली है।

अतः लाभार्थी कुछ विरोधी तत्वों के दुष्प्रचार से पैनिक तथा गुमराह ना हों क्योंकि सीजीएचएस आईडी को आभा यानि आयुष्मान भारत हैल्थ अकाउंट से लिंक किया जाना है जो एक अकाउंट आईडी है जो आपके सभी हैल्थ रिकार्ड से लिंक होगा इसका आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री आरोग्य योजना से कोई संबन्ध नहीं है जैसे यूनिक आईडी के तौर पे आधार कार्ड है उसी प्रकार हैल्थ आईडी के रूप में आभा रहेगा, संरक्षक एन. एन. बलूनी व अध्यक्ष रवींद्र सेमवाल ने कहा कि यधपि केन्द्र सरकार के दिशा निर्देश स्पष्ट हैं किंतु ऐसे में कर्मचारियों व पेंशन धारकों में बेचैनी है़ कि पेंशनर्स शूरू में ही एक मुस्त निर्धारित राशि अदा कर तथा पेंशन में से प्रतिमाह मिलने वाली चिकित्सा प्रतिपूर्ति राशि को भी सीजीएचएस स्कीम में अंशदान देते हैं तब सीजीएचएस लाभार्थी बनते हैं फिर यह नियम क्यों लाया गया है़, अतः पेंशनधारकों का आभा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन सबंधी आशंकाओं का निराकरण भारत सरकार को अविलंब करना चाहिए!
अतः कार्यसमिति ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि यदि आभा में रजिस्ट्रेशन के पश्चात सीजीएचएस लाभार्थियों की स्वास्थ्य सुविधाओं में किसी प्रकार की कटौती क़ी जाती है तो इसका एसोसिएशन अन्यों के साथ मिलकर अखिल भारतीय स्तर पर आंदोलन के माध्यम से पुरजोर विरोध करेंगी जिसके लिए एसोसिएशन अन्य प्रदेशो की एसोसिएशनों के साथ निरंतर संपर्क में है़! विशेष- दून केंद्रीय पेंशनर्स एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य सचिव तथा महानिदेशक सीजीएचएस को ज्ञापन प्रेषित कर उक्त संवेदनशील मामले में त्वरित न्यायोचित कार्यवाही का अनुरोध किया है़ एंव मैक्स अस्पताल क़ी मनमानी के विरुध कार्यवाही की मांग क़ी गई है! इसके अलावा विगत दो वर्षों से बाधित इन्डेट दवाओं क़ी आपूर्ति हेतू स्थानीय अधिकृत कैमिश्ट क़ी टेंडर प्रक्रिया में अपर निदेशक स्तर पर हो रही घोर लापरवाही पर रोष व्यक्त करते हुए निदेशालय से मामले में अविलंब प्रभावी कार्यवाही क़ी मांग क़ी गई जिससे भविष्य में बुजुर्ग लाभार्थियों को अवांछित दिक्कतों का सामना ना करना पड़े।

बैठक में 6000 लाभार्थियों पर एक वेलनेस सेंटर के मानक के सापेक्ष उतराखंड में 61000 लाभार्थियों पर 10 क़ी जगह मात्र 3 सेंटर होने से बदतर स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हेतु दून में कम से कम और 3 तथा हल्द्वानी, श्रीनगर, कोटद्वार एंव हरिद्वार में सीजीएचएस वेलनेस सेंटर खोले जाने की प्रशासन से पुनः मांग की गई! बैठक में उक्त के अलावा अनिल उनियाल, आर. पी. उनियाल, के. पी. मैठाणी, स्वामी एस. चन्द्रा, नील कंठ जोशी, योगेंद्र खत्री, राजेंद्र प्रसाद एंव श्रीकांत विमल उपस्थित रहे!

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