देहरादून, उत्तराखंड: उत्तराखंड के वरिष्ठ नेता और वन मंत्री हरक सिंह रावत आगामी विधानसभा चुनाव में मैदान में नहीं उतरेंगे। मंगलवार को उन्होंने एक बयान देते हुए बताया कि उनका मन अब चुनाव लड़ने का नहीं है। उन्होंने कहा कि वह यूपी और उत्तराखंड में 6 बार विधायक रह चुके हैं। कई बार मंत्री रह चुके हैं। ऐसे में अब उनका मन चुनाव लड़ने का मन नहीं है। एक वीडियो में उन्होंने बताया कि वह विधानसभा चुनाव मैदान में नहीं उतरेंगे। हरक सिंह के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार इस बार वह अपनी बहू को चुनाव मैदान में उतारने वाले हैं। इसे देखते हुए वह मीडिया के सामने अपने चुनाव न लड़ने का राग अलाप रहे हैं।
हरक सिंह इससे एक तीर में दो निशाने साधने में लगे हुए हैं। इससे पहले वह मसूरी में आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा को खरी-खोटी सुना चुके हैं। इसके बाद भी भाजपा के दिग्गज उन पर कार्रवाई करने की बजाय उन्हें बिगड़ैल बच्चा कह कर पुचकार रहे हैं।
आपको बता दें कि इस बार उत्तराखंड में भाजपा कई विधायकों के टिकट काटने जा रही है। ऐसे में कई मंत्रियों और विधायकों को पहले आभास हो गया है कि शायद उनका टिकट इस बार कंफर्म नहीं हो सकता। इसे देखते हुए वह अपने करीबियों और रिश्तेदारों को आगे रखकर पार्टी की गाइडलाइन और उम्र दराज हो चुके नेताओं को चुनाव मैदान में नहीं उतारने की शर्त को एक तरह से नया अमलीजामा पहनाते हुए विकल्प के तौर पर करीबियों का पार्टी से टिकट पक्का करवाने की जुगत में लगे हैं। हो सकता है हरक सिंह के बाद कई और नेता भी ऐसे ही खुद का टिकट कटने पर अपने करीबियों और रिश्तेदारों को आगे कर पार्टी से टिकट मांगें। देखें वीडियो क्या कह रहे हैं उत्तराखंड के वन मंत्री हरक सिंह रावत…