दीपक को कांग्रेस में शामिल करने का निर्णय होगा आत्मघाती! कार्यकताओं में उबाल
भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे दीपक को पार्टी में शामिल करने को लेकर मुखर हुए पूरे जिले के नेता और कार्यकर्ता
देहरादून/उत्तरकाशी: उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं की पार्टियों में अदला-बदली जारी है। यमुनोत्री विधानसभा क्षेत्र में अपनी दावेदारी कर रहे दीपक बिजल्वाण के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाओं के बीच स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिलकर अपना आक्रोश जताया। उन्होंने इससे पार्टी को उत्तरकाशी जिले की तीनों विधानसभा सीटों में नुकसान भुगतने का अल्टीमेटम भी दिया। अब देखना होगा कि उत्तराखंड कांग्रेस और दिल्ली हाईकमान मामले में क्या रुख लेता है।
उत्तरकाशी जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण जो इस समय गम्भीर वित्तीय अनियमितता के आरोपों में घिरे हैं, भले ही कल उन पर लगे आरोप साबित हों या न हों वह आने वाला समय बतायेगा, लेकिन आज की परिस्थिति में उन्हें कांग्रेस पार्टी में लेना आत्मघाती निर्णय साबित होगा। इससे पार्टी दागदार नेताओं को पार्टी में लेकर उन्हें पाक-साफ बताने की भाजपा की नीति या कार्यवाही की आलोचना करने का नैतिक अधिकार खो देगी । यह समझ से परे है कि पार्टी के पास कर्मठ, स्वच्छ धवि के जनप्रिय जिताऊ उम्मीदवार होने के बावजूद किसी दागदार व्यक्ति को पार्टी में लेने या उम्मीदवार बनाने पर विचार करने की बात पार्टी फौरम में चलायी ही क्यों जा रही है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष श्री रावत की इस बात का समर्थन करते हैं कि श्री बिजल्वाण को इस समय पार्टी में लेने से जिले की तीनों विधान सभा सीटों के चुनाव परिणामों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
वहीं, सूत्र यह भी बता रहे रहे हैं कि भ्रष्टाचार के आरोपो के चलते जि प अध्यक्ष उत्तरकाशी की कांग्रेस सदस्यता टाली जा रही है। माना जा रहा है कि कांग्रेस इस बार जोखिम लेने को तैयार नही है। किसी ऐसे व्यक्ति नेता को पार्टी जॉइन कराने के बिल्कुल मूड में नही जिसके चलते पार्टी को फजीहत झेलनी पड़े । अब देखना होगा कि दिल्ली हाईकमान दीपक को लेकर क्या फैसला लेता है। दूसरी ओर दीपक का कहना है कि वह चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने अगर कुछ कहा है तो वह उनकी निजी राय है। वहीं, मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह चौहान का कहना है कि जो भी निर्णय लिया जाएगा वह पार्टी हाईकमान के अधिकार क्षेत्र में है।