बड़कोट में पेयजल संकट को लेकर पूर्व अध्यक्ष अतोल ने किये ये तीखे वार, पूछे ये गंभीर सवाल
बोले विधायक निधि से हो पेयजल संकट दूर, कहां खर्च हो रही आपकी निधि : अतोल
बड़कोट में पेयजल संकट को लेकर पूर्व अध्यक्ष अतोल ने किये ये तीखे वार, पूछे ये गंभीर सवाल
बोले विधायक निधि से हो पेयजल संकट दूर, कहां खर्च हो रही आपकी निधि
बड़कोट, ब्यूरो। नगरपालिका बड़कोट के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ भाजपा नेता अतोल सिंह रावत ने कहा कि पालिका क्षेत्र इन दिनों पेयजल संकट से जूझ रहा है। पेयजल संकट की समस्या का समाधान करने के लिए गढ़वाल जल संस्थान विभाग को उत्तराखंड सरकार के द्वारा समाधान की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, विभाग के कुछ अधिकारी और कर्मचारी समाधान की बजाय दलाली का रास्ता ढूंढ रहे हैं। जनता में यह संदेश देना चाह रहे हैं कि पेयजल संकट की समस्या का समाधान विधायक नहीं बल्कि विधायक का भाई तथाकथित समाजसेवी बनकर पानी की व्यवस्था कर रहा है। सभी जानते हैं कि विधायक का भाई एक खनन व्यवसायी है और यमुना नदी का सीना अवैध तरीके से चीरने वाले संगठन का सरदार है! यह बात भी सत्य है कि विधायक ने भी कमान अप्रत्यक्ष रूप से अपने भाई को सौंप रखी है, लेकिन यह जनता है सब जानती है कि विधायक की आड़ में कौन-कौन लोग ठेकेदारी में मसगुल हैं। इस समाचार के माध्यम से यह बताना चाह रहा हूं कि पानी की व्यवस्था विधायक निधि से हो रही थी, लेकिन विधायक निधि को विधायक और उसका भाई अपनी प्राइवेट निधि समझ बैठे हैं। जिसके कारण जनता को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। विधायक निधि स्पष्ट रूप से जनता की गाड़ी कमाई का पैसा है। उसे जनता की समस्याओं के लिए ही खर्च करना पड़ता है। बड़कोट की जनता ने ठोक ठोक के विधायक को वोट दे रखा है। इसलिए नगर पालिका की समस्या का समाधान विधायक की जिम्मेदारी है। नगर पालिका क्षेत्र की माता बहनों बुजुर्गों युवा साथियों से मेरा अनुरोध है कि इस प्रकार गुमराह करने वाले गैंग से नगर वासियों को सावधान होने की आवश्यकता है। अभी हाल ही में आपने देखा होगा यमुनोत्री विधायक ने अपने आवास पर पत्रकार वार्ता कर उत्तराखंड सरकार को यह संदेश देने का प्रयास किया कि विधायक और विधायक की तथाकथित समाजसेवी टीम भारतीय जनता पार्टी के टिहरी संसदीय क्षेत्र के प्रत्याशी के साथ है।
ठीक इसके विपरीत उनकी टीम निर्दलीय प्रत्याशी के साथ ऐसी टूट पड़ी जैसी भाजपा सरकार ने इनका घर उजाड़ दिया हो। ऐसे लोग आज जनता के सामने कह रहे हैं कि माननीय मुख्यमंत्री जी से पेयजल संबंधी समस्या का समाधान कराएंगे। इस समाचार के माध्यम से यह भी अवगत कराना चाहता हूं कि इस तथाकथित समाजसेवी के रोड़ी तोड़ने के कारखाने क्रशर का अभी तक पुनः पंजीकरण नहीं हुआ है और बिना किसी भय के नदी का सीना चीरने में किसी भी प्रकार की कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है। नगर पालिका की जनता पहले भी और अब भी मेरे कार्यकलापों से परिचित है जो जनहित के मुद्दे हैं, वह हमेशा पब्लिक के सामने रखे जाएंगे सरकार के सामने उठाए जाएंगे। जो सही बात है वह की जाएगी। उसके लिए मुझे व्यक्तिगत रूप से किसी भी हद तक जाना पड़े मैं पीछे नहीं हटूंगा। किसी भी दशा में माफिया को और जिनकी सह पर जो लोग काम कर रहे हैं उनको किसी भी दशा पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नगर पालिका का चुनाव निकट है। चुनाव में भागीदारी कोई भी व्यक्ति कर सकता है, लेकिन जनता को गुमराह कर जनता के पैसों का दुरुपयोग कर यदि कोई जनता के बीच में जाता है तो उसे जनता के बीच में ही बेनकाब किया जाएगा। पानी की समस्या के समाधान के लिए पूर्ण रूप से जनप्रतिनिधि होने के नाते विधायक की जिम्मेदारी है और जब नगर पालिका के चुनाव हो जाएंगे, उसके बाद की जिम्मेदारी नगर पालिका अध्यक्ष की है। इसमें किसी भी प्रकार से जान बूझकर दूसरे व्यक्ति के ऊपर जिम्मेदारी नहीं थोपी जा सकती है । नगर पालिका बड़कोट के उन तमाम नौजवान युवाओं के संज्ञान में लाना चाह रहा हूं कि विधायक की पूरी टीम इन दिनों ठेकेदारी में मस्त है। करोड़ों के काम के वारे न्यारे किए जा रहे हैं और जब माननीय मुख्यमंत्री जी बड़कोट में आए थे तो विधायक ने मंच से कहा था मैं पांच मांगता हूं 25 मिलते हैं। वह 25 नदी के किनारे तथा योजनाओं में हो रहे निर्माण कार्य में वास्तव में दिखाई दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह विधायक यमुनोत्री के पांच के 25 के फार्मूले की बात सही है। जिन लोगों ने विधायक के लिए काम किया, असली लोगों को छोड़कर विधायक के द्वारा उन लोगों को ठेकेदारी दी जा रही है जो उनके आगे पीछे घूम रहे हैं। 1 वर्ष पूर्व बड़कोट गांव रामलीला मैदान में ₹5 लाख देने की घोषणा की गई थी। वह पैसा अभी तक रामलीला मैदान में दिखाई नहीं दिया, बल्कि ठीक उसके विपरीत यह प्रचार प्रसार गांव वालों के सामने किया जा रहा है कि पूर्व अध्यक्ष अतोल आवत के द्वारा उक्त धनराशि को रोका गया है। विधायक और विधायक की टीम के झूठ के पिटारे कितने भरे हुए हैं, इस बात से अंदाज लगाया जा सकता है ।
उन्होंने कहा कि बड़कोट गांव के जनमानस ने संजय डोभाल को जिताने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। आज संजय डोभाल बड़कोट गांव वालों के विपरीत काम कर रहा है। आने वाले समय में इसका जवाब दिया जाएगा और बड़कोट गांव आने से पहले विधायक को बार-बार सोचना पड़ेगा कि बड़कोट गांव के विकास के लिए मैंने क्या किया और क्या नहीं किया? चंद लोगों को गोद में बिठाकर पूरे बड़कोट गांव की ठेकेदारी उन लोगों को देकर बड़कोट गांव के नागरिकों के मुंह पर विधायक के द्वारा जो तमाचा मारा गया है, उसका समय आने पर जवाब दिया जाएगा।