खतरे के निशान से ऊपर गंगा, भूस्खलन से पांच लोग जिंदा दफन
उत्तराखंड में मौसम विभाग ने जारी किया बारिश का अलर्ट
देहरादून: उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से जगह-जगह पहाड़ दरक रहे हैं। नदी-नाले जहां उफान पर हैं, वहीं राज्य के शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक में काफी नुकसान हुआ है। वहीं, उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन से पांच लोगों की मौत हुई है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
शनिवार को हिमालयी गंगा डिविजन की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार बारिश के कारण हरिद्वार में गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा के ऊपर 293.05 मीटर पर पहुंच गया है। वहीं, भागीरथी मनेरी में अलकंदा, नयार नदी मरोड़ा पौड़ी गढ़वाल, सौंग समेत सभी नदी नाले उफान पर हैं।
शुक्रवार को हुई भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन से विकासनगर के सहसपुर क्षेत्र की जाखन गांव में मलबे में दबने से एक व्यक्ति की मौत हुई। दूसरी ओर पौड़ी में देर शाम पाबो-थलीसैंण के बीच नोठा में एक मैक्स वाहन गहरी खाई में जा गिरा। इस हादसे में भी एक व्यक्ति हताहत हुआ है। साथ ही बंगापानी तहसील के बरम गांव में बकरी चराने गए ग्रामीण नर राम पुत्र पाना राम भूस्खलन की चपेट में आने से मौत हो गई। वहीं, तवाघाट-टनकपुर एनएच पर मलबे की चपेट में आने से मजदूर नवीन सिंह (27) की भी मौत हो गई। वहीं, धारचूला के खोतिला में खाई में गिरकर नेपाल के नवागाड़ गांवपालिका वार्ड नंबर छह निवासी मोहन सिंह (48) की भी जान चली गई।
ऋषिकेश और चम्बा के बीच गंगोत्री हाईवे का करीब 40 मीटर भाग ध्वस्त हो गया। टिहरी डीएम ईवा श्रीवास्तव ने दोनों हाईवे पर आवाजाही पर कल शुक्रवार को ही रोक लगा दी है। डीएम के अनुसार गंगोत्री हाईवे को दुरुस्त करने में करीब एक सप्ताह का समय लग सकता है, जबकि बदरीनाथ हाईवे को लेकर उम्मीद जताई कि आज शनिवार शाम तक मलबा साफ कर दिया जाएगा। हरिद्वार में रात से हो रही जोरदार बारिश से मुख्य चैराहा भगत सिंह चैक जलमग्न हो गया है। चैराहे पर कई फीट पानी जमा हो जाने की वजह से एक बस भी पानी में फंस गई है। इसके अलावा कई सड़कें जलमग्न हो गई हैं। तमाम कॉलोनियों और बाजारों में पानी भर गया है। सिंचाई विभाग के अधिकारी गंगा के जलस्तर पर नजरें बनाए हुए हैं। वहीं, जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। गंगा नदी के किनारे और डूब क्षेत्र के इलाकों को छोड़ने को कहा गया है। साथ ही सभी बाढ़ चैकियों को अलर्ट कर दिया गया है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी हरिद्वार मीरा कैंतूरा ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और पूरी सतर्कता बरती जा रही है।