रामलीला मैदान में गंदगी की लीला… लाखों कमाने के बाद साफ-सफाई राम भरोसे…
उत्तरकाशी, उत्तराखंड: उत्तरकाशी के रामलीला मैदान में ‘गंदगी की लीला’ देखी जा सकती है। दीपावली पर आयोजित मेले के लिए रामलीला मैदान में 60 से अधिक दुकानदारों ने अपने स्टॉल और सामान लगाएं लेकिन मेला खत्म होने के बाद गंदगी के जहां-तहां अंबार लगे हैं। नगर पालिका ने रामलीला मैदान से कमाई तो कर ली, लेकिन यहां की सफाई करना भूल गए। आपको बता दें कि उत्तरकाशी जिला मुख्यालय के केन्द्र में स्थित रामलीला मैदान में कुछ दिन का सैनिक मेला ,झूला वोटिंग स्टाल लगे साथ ही फिर दीपावली बाजार सजा जिसमे 60 से अधिक दुकानें लगी। यह सभी की अनुमति नगरपालिका द्वरा रामलीला मैदान के लिए दी गयी। अनुमति देने के बदले में पालिका प्रति दुकान से 4 हजार की धनराशि वसूलती है तो साथ ही झूला चरखी सैनिक मेला आयोजन से भी एक रक़म ली जाती है। 3 लाख से अधिक कमाई कर लेने के बाद मैदान को उसी हाल में लावारिस की तरह छोड़ दिया जाता है। एक झाड़ू लगाने तक कि कोशिश नही की गई न जाने यह गंदगी के ढेर किसका इंतजार कर रहे है।
सिर्फ साढ़े चार हजार स्क्वेर मीटर एरिया में घास लगाने मात्र से रामलीला मैदान के प्रति जिम्मेदारी समाप्त नही हो जाती ।घास लगा हुआ एरिया मानो कोई नई नवेली दुल्हन हो जिसे म्यूजियम में मात्र दर्शन को रखा गया हो। उसके आस पास जमी गंदगी के ढेर ,रोड़ी पथर सब बिखरे पड़े है ।
यह घास क्या सिर्फ दिखावे को बजट ठिकाने लगाने के लिए लगी है या इसका सदपयोग भी होगा। न हॉकी उस पर खेल सकते न ही फुटबॉल न ही क्रिकेट किसी भी खेल के मानक पूरे नही होते हैं। अब आधा अधूरा हरि घास से युक्त मैदान भूरी घास का मैदान में बदलने लगा है । नगर पालिका बाड़ाहाट को अपना मुख्य कार्य साफ सफाई स्वच्छता को बनाये रखना है। शहर के केंद्र बिंदु रामलीला मैदान की पुनः स्थत्ति बद्दतर करने का प्रयास किया जा रहा है।